उत्तराखंड बाढ़: उमर ने सशस्त्र बलों को किया सलाम

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (आफ्सपा) के मुद्दे पर भले ही सेना से मतभेद रखते हों, लेकिन बाढ़ से तबाह उत्तराखंड में हजारों लोगों को बचाने के लिए आज उन्होंने बलों की खूब तारीफ की ।

उमर ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘आफ्सपा आदि के बारे में सेना से अपनी असहमतियों के बावजूद, मैं उसके (सेना), वायु सेना, आईटीबीपी द्वारा शानदार ढंग से किए जा रहे कार्य के लिए उन्हें सलाम करता हूं।’’ उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में इन एजेंसियों द्वारा शुरू किए गए जबर्दस्त राहत अभियानों की हर किसी को सराहना करनी चाहिए।

उमर ने ट्वीट किया, ‘‘उत्तराखंड में लोगों को बचाने के लिए नि:स्वार्थ भाव से उन्होंने (सशस्त्र बलों) जिस तरह का अभियान चलाया है, उसके लिए हम सभी को उनकी प्रशंसा के साथ उन्हें सलाम करना चाहिए।’’

मीडिया में आई इन खबरों पर कि मुख्यमंत्री ने जाबरवान पहाडिय़ों में चट्टानों पर सेना और पुलिस द्वारा नारा लिखे जाने पर आपत्ति जताई थी, उमर ने कहा कि अखबार को अपने सूत्र बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ‘‘पहाड़ों पर लिखे जाने से न तो मुझे कानून व्यवस्था संबंधी डर है और न ही मैंने इसे ‘घृणित’ बताया । अपने सूत्र बदलिए।’’

मीडिया के एक वर्ग ने अपनी खबरों में दावा किया था कि उमर ने पहाड़ों पर नारे लिखे जाने पर आपत्ति जताई थी और राज्य के मंडलायुक्त को कानून के तहत आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। खबरों में यह भी दावा किया गया था कि संबंधित अधिकारियों ने सेना को इस बारे में नोटिस जारी किया था।

इस बारे में सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि स्वत: संज्ञान लेते हुए सेना ने जाबरवान पहाडियों पर लिखे नारे मिटा दिए हैं और सेना को राज्य प्रशासन से ऐसा करने का कोई नोटिस नहीं मिला है।

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